Sawan 2023: The Month of Lord Shiva’s Devotion
सावन 2023: भगवान शिव की भक्ति का महीना
सावन का महीना, जो भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है, इस वर्ष एक महीने से सीमित नहीं होगा, बल्कि यह दो महीनों का समय रखेगा। सावन को दो चरणों में मनाया जाएगा। सावन का पहला चरण 4 जुलाई से शुरू होगा और 17 जुलाई तक चलेगा। इसके बाद, 18 जुलाई से 16 अगस्त तक “मलमास” के नाम से जाने जाने वाले अधिक मास का आयोजन किया जाएगा। मलमास के समापन के बाद, सावन 17 अगस्त को फिर से शुरू होगा, इस पवित्र महीने के दो चरणों को पूरा करते हुए।
सावन 2023: सावन के महीने में महत्वपूर्ण सोमवार:
- सावन का पहला सोमवार (First Monday of Sawan): 10 जुलाई
- सावन का दूसरा सोमवार (Second Monday of Sawan): 17 जुलाई
- सावन का तीसरा सोमवार (Third Monday of Sawan): 24 जुलाई
- सावन का चौथा सोमवार (Fourth Monday of Sawan): 31 जुलाई
- सावन का पांचवा सोमवार (Fifth Monday of Sawan): 07 अगस्त
- सावन का छठा सोमवार (Sixth Monday of Sawan):14 अगस्त
- सावन का सातवां सोमवार (Seventh Monday of Sawan): 21 अगस्त
- सावन का आठवां सोमवार (Eighth Monday of Sawan): 28 अगस्त
सावन 2023: महत्वपूर्ण त्योहारों की तिथियां:
अतिरिक्त चंद्रमा मास के होने के कारण, विभिन्न त्योहारों की तिथियों में परिवर्तन होगा। पूर्णिमा व्रत का दिन 1 अगस्त 2023 को होगा। संकष्टी चतुर्थी, भगवान गणेश के समर्पित एक शुभ दिन, 4 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा। पुरुषोत्तम मास का समापन 16 अगस्त को होगा। उपाकर्मा (पवित्र धागे की परिवर्तन समारोह) यजुर्वेद के अनुयायों के लिए, उपवास के लिए पूर्णिमा, और रक्षाबंधन का त्योहार सभी 30 अगस्त को मनाए जाएंगे, महीने के अंतिम कुछ दिनों में। ऋग्वेद के अनुयायों के लिए उपाकर्मा 29 अगस्त को आयोजित किया जाएगा, और महीने का समापन 31 अगस्त को होगा।
सावन 2023: एक महीने के बाद रक्षाबंधन का आयोजन:
परंपरागत रूप से, भाई-बहन के बंधन के त्योहार “रक्षाबंधन” को आषाढ़ के पूर्णिमा के एक महीने बाद मनाया जाता है। हालांकि, इस वर्ष, रक्षाबंधन दो महीने बाद, 30 अगस्त को मनाया जाएगा। बहनें इस त्योहार का आग्रह करती हैं ताकि वे अपने भाइयों की कलाईयों में एक पवित्र धागा, जिसे राखी कहते हैं, बांध सकें।
सावन 2023: भगवान शिव के प्रति भक्ति से भरा एक महीना:
इस वर्ष, सावन का महीना लगभग दो महीने तक चलेगा। सामान्यतः, हर सावन में केवल चार या पांच सोमवार होते हैं, और भगवान शिव के भक्त इन दिनों पर विभिन्न धार्मिक रीति-रिवाज़ का पालन करते हैं और पूजा करते हैं। हालांकि, इस वर्ष, सावन में आठ सोमवार होंगे। इसके परिणामस्वरूप, भगवान शिव के प्रति भक्ति और सम्मान एक विस्तारित अवधि तक जारी रहेगा। इस समय के दौरान, भक्तगण शिवलिंग के अभिषेक (पवित्र स्नान), रुद्राभिषेक (एक विशेष पूजा रीति), जलाभिषेक (पवित्र जल का प्रवाह) और भगवान शिव को गंगा का पानी अर्पित करने जैसे पवित्र धार्मिक आचरण करेंगे। भक्तगण भी पवित्र गंगा से भरी जग (कंवड़) उठाएंगे और उन्हें भगवान शिव को अर्पित करेंगे।
समाप्ति:
2023 में सावन का महीना भगवान शिव के प्रति एक विशेष और विस्तृत भक्ति का समय होगा। दो अवधियों और आठ महत्वपूर्ण सोमवारों के साथ, भक्तगणों को भगवान शिव के प्रति अपने प्यार और भक्ति का व्यक्त करने के लिए पर्याप्त अवसर मिलेगा। यह एक ऐसा समय है जब धार्मिक आचरण करने, उपवास करने और दिव्य से आशीर्वाद प्राप्त करने का है। इस शुभ महीने सभी को शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करें।
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